उत्तरकाशी: गंगोत्री धाम का प्रमुख पड़ाव धराली मंगलवार को बादल फटने से आए सैलाब से पूरी तरह तबाह हो गया। खीरगंगा नदी में आए अचानक सैलाब के कारण चारों ओर मलबा फैल गया, जिसमें 15 से 20 होटल और घर क्षतिग्रस्त हो गए। जिला प्रशासन ने इस आपदा में चार लोगों की मौत की पुष्टि की है। इस घटना ने वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा की यादें ताजा कर दी हैं।
राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी, सेना के जवान लापता
आपदा की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस, राजस्व और आपदा प्रबंधन की टीमों ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। भारतीय सेना के जवान भी बचाव अभियान में जुटे हैं। हालांकि, निचले हर्षिल क्षेत्र में एक शिविर से भारतीय सेना के 8-10 जवानों के लापता होने की खबर है, जबकि दो को सकुशल बचा लिया गया है। इस मुश्किल घड़ी में भी सेना के जवान राहत कार्यों में लगे हुए हैं। आईटीबीपी द्वारा 80 स्थानीय लोगों को कोपांग राहत शिविर में सुरक्षित पहुंचाया गया है।
पीएम मोदी और गृहमंत्री ने लिया हालात का जायजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सीएम धामी से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली। गृह मंत्रालय ने बताया कि आईटीबीपी की तीन और एनडीआरएफ की चार टीमें मौके के लिए रवाना कर दी गई हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी फोन पर सीएम धामी को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
गंगोत्री हाईवे ध्वस्त, बिजली-पेयजल ठप
इस आपदा से यातायात और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। गंगोत्री हाईवे का भटवाड़ी के पास डेढ़ सौ मीटर हिस्सा पूरी तरह से धंस गया है, जिससे जिला मुख्यालय से उपला टकनौर और हर्षिल का सड़क संपर्क कट गया है। जो राहत बल और रसद धराली भेजी जा रही थी, वह भी रास्ते में फंस गई है। इसके अलावा, धराली क्षेत्र में बिजली और पेयजल आपूर्ति भी पूर्ण रूप से ठप हो गई है। मौसम साफ होने का इंतजार किया जा रहा है ताकि क्षतिग्रस्त लाइनों की जांच कर बहाली का काम शुरू किया जा सके।
यात्रा पर पड़ा असर, स्कूल बंद
यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ यात्रा को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया है। इसके अलावा, मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए चमोली, नैनीताल, चम्पावत, पौड़ी और उधमसिंह नगर समेत कई जिलों में 12वीं तक के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में आज अवकाश घोषित किया गया है। उत्तरकाशी से लेकर देहरादून तक स्वास्थ्य सेवाओं को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
दो और स्थानों पर बादल फटने से दहशत
धराली की घटना के कुछ घंटों बाद ही जिले में दो और स्थानों पर बादल फटने की खबर है। दोपहर करीब तीन बजे हर्षिल और गंगनानी के बीच सुक्की टाप के पास बादल फटने से लोगों में और भी दहशत फैल गई है। राज्य सरकार ने राहत कार्यों के लिए वायुसेना से भी मदद मांगी है।