जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश का कहर: डोडा और किश्तवाड़ में बादल फटने से चार की मौत, जनजीवन अस्त-व्यस्त

जम्मू। जम्मू-कश्मीर में लगातार जारी भारी बारिश ने कहर बरपाया है, जिससे डोडा और किश्तवाड़ में बादल फटने की घटनाएँ हुई हैं। इन घटनाओं में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। बारिश और भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है और कई सड़कें भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

मुख्यमंत्री ने संभाली कमान

जम्मू में बादल फटने से पैदा हुई गंभीर स्थिति पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वह अगली उड़ान से खुद जम्मू पहुँच रहे हैं ताकि व्यक्तिगत रूप से राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर सकें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

परीक्षाएँ और स्कूल बंद

मौसम की गंभीर स्थिति को देखते हुए 27 अगस्त को होने वाली 10वीं और 11वीं कक्षा की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। नई तारीखों की घोषणा जल्द की जाएगी। इसके अलावा, सभी स्कूलों को भी 27 अगस्त के लिए बंद रखने का आदेश दिया गया है।

NH-244 पूरी तरह बहा

डोडा के डिप्टी कमिश्नर हरविंदर सिंह ने बताया कि पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है, खासकर चेनाब नदी से सटे इलाकों में। उन्होंने कहा कि एनएच-244 पूरी तरह से बह गया है और एक निजी स्वास्थ्य केंद्र को भी नुकसान पहुँचा है। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा दिया है।

अन्य प्रभावित क्षेत्र

डोडा और किश्तवाड़ के अलावा, भलेसा के चरवा इलाके में भी बाढ़ की सूचना है, हालांकि यहाँ किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि उनका कार्यालय लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है।

इसी बीच, ऊधमपुर जिले के बसंतगढ़ के ललोन गला में भी बादल फटा, जिससे बग्गन नाले में बाढ़ आ गई। नाले में मवेशी चराने गए आठ लोग फंस गए। बसंतगढ़ के एसएचओ राबिन चलोत्रा ने पुष्टि की कि फंसे हुए लोग नाले के बीच एक सुरक्षित जगह पर हैं और उन्हें बचाने के लिए पुलिस टीम रवाना कर दी गई है।

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