पुलिस लाइन में बीते बुधवार को हुई पत्रकारों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई घटना को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए खेद जताया है. इसके साथ ही इसका दोष देहरादून पुलिस को दिया है.
घटना के लिए दून पुलिस को बताया जिम्मेदार
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि 4 दिसम्बर को पुलिस लाईन में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, जिसके लिए खेद प्रकट करता हूं. साथ ही घटना का पूरा दोष पुलिस को देता हूं. माहरा ने कहा कि हमेशा की तरह मुझे और मेरे साथियों को पुलिस गिरफ्तार कर पुलिस लाईन ले गई और सीडियों में बैठा दिया. हमें पता नहीं था कि वहां पर पत्रकारों का कोई कार्यक्रम चल रहा है और शायद पत्रकारों को भी पता नही था कि पुलिस मुझे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करके लाई है.
माहरा ने आगे कहा इसी गलत फहमी में पत्रकारों को शायद ये लगा कि हम उनका विरोध करने वहां आए हैं. इसी गहमा-गहमी और गलत फहमी में यह घटना घटित हुई जिसके लिए मैं खेद प्रकट करता हूं. यदि इस घटना से कोई आहत हुआ है तो उसके लिए मुझे दुख है, क्योंकि हम हमेशा एक दूसरे के पूरक रहे हैं और एक दूसरे का साथ देते हैं. हमारी कोई गम्भीर बात होती है तो पत्रकार उसे आगे बढाते हैं और अगर पत्रकारों के साथ कोई अन्याय होता है तो विपक्ष उनके साथ मजबूती से खड़ा होता है.
मुझे लगता है कि इसमें कोई साजिश भी हो सकती है : माहरा
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा विपक्ष और पत्रकारों का सामंजस्य लोकतंत्र के लिए भी बहुत आवश्यक है. मुझे ऐसा भी लगता है कि इसमें कोई साजिश भी हो सकती है. मैं फिर से एक बार पत्रकारों से भी कहना चाहता हूं कि पुलिस के कारण यह गलत फहमी हुई है. पुलिस हमें गिरफ्तार करके ले गई थी तो वहां पर पुलिस को रहना चाहिए था तथा हमें स्टेडियम की जगह किसी अन्य स्थान पर बिठाने की व्यवस्था पुलिस को करनी चाहिए थी. लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
बता दें बुधवार को करन माहरा समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस लाइन में प्रेस क्लब द्वारा आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान वहां मौजूद पत्रकारों से भिड़ गए. दरअसल बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई समेत जनहित के कई मुद्दों को लेकर युवा कांग्रेस ने सचिवालय कूच किया था. जिसके बाद पुलिस कार्यकर्ताओं को लेकर पुलिस लाइन स्टेडियम ले आई थी. इस दौरान स्टेडियम में क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल का इनाम वितरण का कार्यक्रम चल तहा था. ऐसे में माहरा के नेतृत्व में यहां पहुंचे कार्यकर्ता जमकर नारेबाजी करने लगे. ऐसे में पत्रकारों और कांग्रेस नेताओं के बीच झड़प हो गई.