उत्तराखंड में आज AQI पर चिंता बनी हुई है। राजधानी देहरादून में AQI लगभग 147, यानी ‘खराब’ स्तर पर है।
हरिद्वार व कोटद्वार जैसे ज़िले-क्षेत्रों में भी AQI करीब 150 से ऊपर दर्ज हुआ है, जिससे श्वसन संबंधी समस्याओं वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है। उधर, अल्मोड़ा, बागेश्वर, रानीखेत जैसे कम शहरीकरण वाले पहाड़ी क्षेत्र में स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है — AQI लगभग 80-90 के बीच आ रहा है, जो कि ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है। Air Quality+1
#
जिला
आज का अनुमानित AQI (स्थिति)
स्रोत (रीयल-टाइम पेज)
1
देहरादून (Dehradun)
~147 — Poor (खराब). (स्टेशन वैरिएशन: कुछ स्थानों पर 150-170 दिखा)। AQI
हवा की गुणवत्ता खराब होने के पीछे मुख्य कारण हैं – ठंडी रातों के बाद सीमित वायुमंडलीय मिश्रण (लू कमी), शहरी व औद्योगिक उत्सर्जन, वाहन धूल तथा आसपास के इलाकों से उठने वालाpm 2.5/pm10 प्रदूषण। विशेष रूप से देहरादून व हरिद्वार में वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ने का चिन्ह दे रहा है, जिससे बच्चों, बुज़ुर्गों, श्वसन रोगियों को बाहर गतिविधियों में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
✅ सुझाव:
स्थानीय नागरिकों को कोशिश करनी चाहिए कि सुबह-शाम बाहर गतिविधियाँ कम करें।
घर के अंदर वायु शोधक (एयर प्यूरीफायर) या कम-प्रदूषणयुक्त क्षेत्र का चयन उपयोगी होगा।
वाहन चलाते समय मास्क पहनें और यदि संभव हो, कार की खिड़कियाँ बंद रखें।
वृक्षारोपण व धूल नियंत्रण प्रयास-शहर संयोजन द्वारा तुरन्त करने की आवश्यकता है।