*भगवान वेंकेश्वर स्वामी दर्शन का पुण्य फलदायी : डॉ. मोदनारायणाचार्य*
-भगवान वेंकेश्वर को लगाए छप्पन प्रकार के भोग
हरिद्वार।श्रीरामानुज कोट आश्रम स्थित श्री वेंकटेश्व मन्दिर में भगवान का छपन्न प्रकार का भोग लगाकर अन्नकूट महोत्सव बड़ी श्रद्धा पूर्वक मनाया गया।
इस अवसर पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए श्रीरामानुज कोट आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी डॉ० मोदनारायणाचार्य जी महाराज ने कहा कि कलयुग में भगवान विष्णु के वेंकटेश स्वामी दर्शन का विशेष महत्व का पुण्य फलदायी है। भगवान की आज आरती के पश्चात छप्पन प्रकार का भोग प्रसाद लगाया गया और भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया। उन्होंने बताया कि भगवान वैकेटश स्वामी का विग्रह 150 वर्ष पुराना है, यहां की पूजा पद्वति,विधि विधान,मान्यता दक्षिण के वेंकेश्वर स्वामी की अनुरूप ही है।
आचार्य बेला इंडिया टेंपल के युवराज स्वामी दामोदराचार्य ( दिव्यांश वेदांती ) महाराज ने अन्नकूट महोत्सव की महत्ता बताते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में इसका बड़ा महत्व है। इस आयोजन में प्रभु को अनेक व्यंजनों का भोग लगाया जाता है साथ ही सामूहिक भोज का आनंद भी प्राप्त होता है।
स्वामी मधुसूदनाचार्य ( चिन्ना स्वामी ) जी महाराज ने कहा ही भारतीय संस्कृति में प्रभु प्रसाद और सामूहिक भोजों की पुरानी परंपरा रही है जो आज भी अनवरत जारी है। इस प्रकार के भोज हमें एक दूसरे से जोड़ने का काम करते हैं और हमें हमारी जड़ों से जोड़ने का काम करते हैं। जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान वेंकटेश स्वामी के चरणों में आता है वह कभी दुःख का भागीदार नहीं होता। उसे जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति होती है। भगवान वेंकटेश अपने भक्तों पर विशेष कृपा करते हैं।
छप्पन भोग प्रसाद वितरण में स्वामी ऋषीश्वरानन्द, स्वामी रवि देव शास्त्री, शिवम महंत, लक्ष्मी प्रसाद त्रिपाठी, राजू दास, मुकुल नारायण झा,अमित शर्मा, सचिन पालीवाल,देवेंद्र जौहरी, आदि सैंकड़ों भक्त उपस्थित थे।
