पंजाब में बुधवार सुबह शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर हमला करने की कोशिश की गई। हमले की कोशिश उस दौरान हुई जब सुखबीर सिंह बादल धार्मिज सजा के तहत स्वर्ण मंदिर में गार्ड की ड्यूटी निभा रहे थे। जिस शख्स ने सुखबीर सिंह बादल पर फायरिंग की उसे पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी का नाम नारायाण सिंह चौड़ा है।
कौन है आरोपी नारायण सिंह?
- बता दें कि नारायण सिहं चौड़ा का अपराधों से पुराना नाता है। वह साल 2018 में जेल से बाहर आया था। वह आतंकवादी संगठन खालिस्तान लिबरेशन आर्मी से जुड़ा रहा है हालांकि अब यह संगठन सक्रिय नहीं है।
- चौड़ा को 2004 में आर्म्स एक्ट के तहत मामले में दोषी पाया गया था। वह मूल रुप से गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक का रहने वाला है।
- 2018 में जेल से बाहर आने के बाद वह दल खालसा और अन्य सिख संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है। चौड़ा के खिलाफ 20 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं।
- नारायण सिंह के खिलाफ UAPA के तहत कई मामले दर्ज हैं। वह आतंकी गतिविधियों में कई बार जेल जा चुका है।
- पुलिस के अनुसार नारायण सिंह 1984 में पाकिस्तान चला गया था और उसने उग्रवाद के दौर में पंजाब में हथियारों और विस्फोटकों को पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। उसने पाकिस्तान में गुरिल्ला युद्ध को लेकर एक किताब भी लिखी थी।
- नारायण सिंह को आखिरी बार 2022 में जमानत पर रिहा किया गया था। अभी भी उसके खिलाफ अमृतसर, रोपड़ और तरनतारन सहित पंजाब के कई जिलों में मुकदमे चल रहे हैं।
सुबह चलाई Sukhbir Singh Badal पर गोली
जानकारी के अनुसार, बुधवार की सुबह करीब 9 बजकर 30 मिनट पर सुखबीर सिंह बादल घंटाघर की तरफ श्री हरमंदिर साहिब के गेट के पास मौजूद थे। इसी दौरान एक शख्स आया और उसने जेब से पिस्तौल से गोली चला दी जो सुखबीर सिंह बादल से गुजरते हुए दीवार पर जा गिरी जिसके तुरंत बाद सुरक्षाकर्मियो ने सुखबीर सिंह बादल को घेरा डाल दिया और आरोपी को भी पकड़ लिया। फिलहाल आरोपी पुलिस के हवाले कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।