उत्तराखंड: 6 मकान मलबे में दफन, खतरे में पूरा गांव
बेरीनाग: पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग में भारी मलबे की चपेट में आने से 6 मकान पूरी तरह से जमींदोज हो गए। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। तहसील बेरीनाग के पीपली में खड़ियाखान में हुए भारी भूस्खलन से मनगढ़ गांव में छह मकान और पंचायत घर क्षतिग्रस्त हो चुका है। दो मकान खतरे की जद में हैं।
आठ परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है। पेयजल और विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। बेरीनाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारी वर्षा से पीपली में स्थित खड़ियाखान में गुरुवार अपराह्न के बाद अचानक भूस्खलन हुआ और तेज आवाज के साथ मलबा 300 मीटर नीचे स्थित मनगढ़ गांव की तरफ आया।
तेज आवाज से मनगढ़ गांव के लोग घरों से बाहर निकल आए। इसकी सूचना ग्रामीणों ने प्रशासन को दी, जिसके बाद एसडीएम यशवीर सिंह ने राजस्व निरीक्षक कुंदन सिंह के नेतृत्व में तत्काल राजस्व टीम को गांव भेजा। राजस्व टीम ने गांव पहुंच कर देखा तो छह मकानों से लगभग 20 से 25 मीटर ऊपर मलबा जमा हो चुका था।
ग्राम प्रधान राजेंद्र सिंह और जिपं सदस्य दिवाकर रावल का कहना है कि खड़िया खनन से गांव को पहले से ही खतरा बना हुआ था और भविष्य में खतरे की आशंका को देखते हुए शिकायत की गई थी परंतु किसी ने ध्यान नहीं दिया। गांव से 300 मीटर की ऊंचाई पर खड़िया खनन होने से ग्रामीण हमेशा खौफ में रहते हैं। इधर, लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जिलाधिकारी ने आलवेदर सड़क पर शाम से सुबह तक वाहनों की आवाजाही बंद रखने के निर्देश दिए हैं।