उत्तराखंड: 5 महीने पहले ससुराल से लापता हुई कविता का अब तक नहीं चला पता, धरने पर परिजन, दीपक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

उत्तरकाशी: जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने चिन्यालीसौड़ आर्च ब्रिज पर पिछले 4 दिनों से न्याय की लड़ाई लड़ रहे लापता कविता के परिजनों से मिले और हर संभव मदद का भरोसा दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बहन कविता के परिवार जनों से मिला और उनके दर्द को समझते हुए ये विश्वास दिलाया कि उनके संघर्ष में हम हमेशा मजबूती से साथ रहेंगे। बहन कविता के गुमशुदगी मामले की संपूर्ण और निष्पक्ष जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति के गठन के लिए हम दृढ़ हैं। इसके लिए हर संभव प्रयास करेंगे, ताकि उन्हें हर प्रकार से न्याय मिल सके।

 

दीपक बिजल्वाण ने कहा कि महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए यह हमारा संकल्प है कि किसी भी महिला के साथ अन्याय के खिलाफ हम डटकर खड़े रहेंगे। यह सिर्फ कविता का ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की महिलाओं का मामला है। समाज का विकास तब तक अधूरा है जब तक हमारी बेटियां सुरक्षित और सशक्त नहीं होतीं।

हम अपने क्षेत्र की हर बेटी को यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि उनकी सुरक्षा और सम्मान के लिए हम हर कदम उठाएंगे।कविता के न्याय की इस लड़ाई में हम सब एकजुट रहें और इस संकल्प को मजबूत करें कि कोई भी अन्याय हमारे क्षेत्र में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

 

दीपक ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि चिन्यालीसौड के वार्ड नम्बर 01 निवासी कविता देवी अचानक 17 मई 2024 (लगभग 05 माह) पूर्व अपने ससुराल से रहस्यमय परिस्थितियों में गुमशुदा हो गई थी, जिसके बाद उसके परिजनों ने पुलिस में बहिन कविता देवी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी पुलिस प्रशासन द्वारा काफी खोजबीन के बाद भी बहिन कविता देवी का कुछ पता नही लग रहा है।

 

पुलिस प्रशासन द्वारा प्रदेश एवं बाहरी राज्यों तथा संभावित स्थानों पर खोजबीन की, ओर अन्य आवश्यक जांच भी की लेकिन बहिन कविता देवी का आज तिथि तक कोई सुराग नही मिल रहा है एवं समस्त प्रयासों के बावजूद उनकी कोई जानकारी प्राप्त नही हो पा रही है। इस गुमशुदगी की घटना से बहिन कविता देवी के परिवारजनों अत्यधिक व्यथित है और उनकी पीडा को देखते हुये न्याय की मांग में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि के साथ विगत 03 दिनों से चिन्यालीसौड के आर्च ब्रिज पर धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया है।

 

यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि महिला सुरक्षा के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता पर भी एक गम्भीर प्रश्नचिन्ह उत्पन्न करती है। महिलओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है इस संवेदनशील मामले में न्याय की शीघ्रता और पारदर्शिता करना अति आवश्यक है। बहिन कविता देवी के परिवारजनों को न्याय मिल सके, और समाज में महिलाओं के प्रति सुरक्षा और विश्वास का माहौल पुनः स्थापित हो सकें।

 

पूर्ण विश्वास है कि आपके मार्गदर्शन में महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता और मजबूत होगी, इस मामले में सम्पूर्ण निष्पक्षता और संवेदनशीलता के साथ आवश्यक कार्यवाही होगी। मान्यवर आपसे विन्रम निवेदन है कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाने की कृपा करेगें, ताकि बहन कविता देवी की गुमशुदगी के पीछे के सभी तथ्यों का सत्यापन हो सके और दोषियों पर कड़ी कारवाई की जा सके।

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