उत्तराखंड पुलिस फिलहाल प्रभारी पुलिस महानिदेशक (DGP) के भरोसे चल रही है। लेकिन, अब सरकार ने पुलिस के नए मुखिया की तलाश शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चहेते थे वर्तमान कार्यकारी DGP अभिनव कुमार को UPSC ने एक तरह से DGP के पद से हटाने के लिए कह दिया है।
वहीं, उत्तराखंड समेत कुछ राज्यों को मिली छूट पर भी पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी आपत्ति जताई थी, जिसके बाद सरकार ने नए DGP के लिए कसरत शुरू कर दी है। इन राज्यों को ADG स्तर के अधिकारी को DGP बनाने की ढील दी गई थी, लेकिन अब इस पर लागातार सवाल उठ रहे हैं।
दरअसल, अभिनव कुमार जूनियर हैं, उनसे सीनियर अधिकारी को DGP बनाया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। पिछले 10 महीने से उत्तराखंड पुलिस प्रभारी DGP के भरोसे चल रही है। इस बीच UPSC ने इस आपत्ति जताई, तो सरकार ने नए DGP के लिए कुछ अधिकारियों के नाम शॉर्टलिस्ट कर दिए, तीन नाम UPSC को भेजे गए हैं।
पिछले साल 30 नवंबर को प्रदेश के 12वें DGP (कार्यकारी) के रूप में 1995 बैच के IPS अभिनव कुमार की ताजपोशी हुई थी। यह उस शिथिलता के कारण हुआ, जो देश के पांच राज्यों के लिए बरती गई थी। इसके तहत कहा गया था कि जहां DG रैंक के अधिकारी नहीं हैं, वहां 25 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके ADG रैंक के अधिकारी को कार्यकारी डीजीपी बनाया जा सकता है। इस बीच देश के कई राज्यों को सुप्रीम कोर्ट से इस व्यवस्था को लेकर फटकार भी पड़ी।
बताया जा रहा है कि इस बार सूची में दीपम सेठ का नाम भी है। नाम भी है। सेठ पांच साल की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पूरी कर चुके हैं। फिलहाल अभिनव कुमार का कार्यकाल बढ़ता है या नहीं इसकी कोई जानकारी नहीं है। लेकिन, जहां तक मौजूदा DGP के नाम की बात है तो उनके नाम की चर्चाएं कम ही हैं।